इलेक्टिक व्हीकल में बैटरी स्वीपिंग भारत जेसे देश में चल पाईये गा ये मॉडल
हाल ही में निति आयोग ने इलेक्ट्रिक कार के सम्बन्ध में एक नई ड्राफ्ट पालिसी की पेशकश की हे , इस ड्राफ्ट पालिसी में , नितिआयोग ने बतया हे की भविस्य लिए इलेक्ट्रिक कर का बिज़नेस मॉडल किस प्रकार से रहेगा। सबसे जर्रूरी बात इस ड्राफ्ट में बैटरी स्विप्पिंग को ले के कहि गयी हे , हम अपने इस आर्टिकल में जाने गे की , क्या ह ये बैटरी स्वीपिंग और भारत में ये कैसे इलेक्ट्रिक विचेले के लिए गेम चंगेर सभीत हो सकता हे , सात हे जानने गए की भारत क लिए क्या क्या चुनातिया हे और इस सम्बंद में भारत को क्या क्या कदम उतने चाइये
सबसे पहले बात करते हे बैटरी स्वीपिंग क्या हे। आपको आसान शब्दो बताऊ तो बैटरी स्वीपिंग बिकुल इसी तरीके से हे जेसे गैस का चुहला और सिलिंडर होता हे। जेसे हमरे घरो में गैस का चुहला अपना होता हे और गैस खत्म होने पर हम खाली सिलेंडर देकर नया सिलेंडर ले सकते हे बिलकुल उसी तरहे बैटरी स्वीपिंग हे यहां हम उन्चार्ज बैटरी के बदले चार्ज बैटरी ले सकते हे , और यही उतना की सरल होगा जितना सरल सिलेंडर लेना। मान लीजिए आप के पास कोई इलेक्ट्रिक व्हीकल हे और उस की बैटरी डाउन हो गयी हो ऐसे में आप के पास २ विकल्प हे , या तो आप चार्जिंग सेशन जा के उससे चार्ज कार्येगे जिस में आपका काफी समय बर्बाद होगा दूसरा ऑप्शन हे आप चार्जिंग स्टेशन जाइये , डाउन बैटरी को चार्ज बैटरी से रेप्लस कराये और बहुत कम समय में अपने घर जाइये यही हे बैटरी स्वीपिंग , निति आयोग नई ड्राफ्ट फॉर इंडिया
जैसा की आप सभी जानते हे की इलेक्ट्रिक कार का बोल बाला दुनिया में चल रहा हे और यह आने वाले दिनों में तेज़ी दुनिया के तमाम देशो में अपने पैर पसार लेगा जिस से भारत भी हे। इलेक्ट्रिक विचेल्स आने वाले
समय में एक बहुत अच्छा रेपालकेमेन्ट होगा पेट्रोल और डीज़ल व्हीकल्स का। आइये समझते हे भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स से क्या क्या चैलेंजेज हे और नित्ति ाययोगे की यह ड्राफ्ट कैसे फायदेमंद होगा।
समस्या यह हे की ,एक तो भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल की कीमते बहुत जायदा हे और जब तक किमितो को काम नहीं किया जाइये गा , तो भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स बुसिनेस्स मॉडल चलना मुश्किल हे। ये तो हुई समस्या अब जानते हे सामधान क्या हे। जेसे की हमने ऊप्पर जिक्र किया बैटरी स्विप्पिंग, जी बैटरी स्वीपिंग कीमतों को कम करने में इम्पोर्टेन्ट रोले निभा सकता हे , आइये जानते हे कैसे , देखो किसी भी एल्क्ट्रिक कार या एल्क्ट्रिक व्हीकल की जो किम्मत आती हे उस में बैटरी सबसे इम्पोर्टेन्ट होती हे और अगर व्हीकल में बैटरी की लागत को हटा ले तो इस से कीमते को ३० से ४० फिशदि काम की जा सकती हे , यह केवल बैटरी स्वीपिंग से ही संभव हे ,
अगली समस्या हे इलेक्ट्रिक व्हीकल्स ही चार्जिंग में लगने वाले समय की , देखो यार अभी हो क्या रहा हे दुनिया भर में , अब तक जिनते भी एल्क्ट्रिक कार , या इलेक्ट्रिक व्हीकल लॉन्च हुए
हे उन सभी में बैटरी को चार्ज करने में बहुत जायदा समय लगता हे। अब भारत में हे क्या ज्यादा तर लोगो क पास हे तवो व्हीकल्स और जायदा तर ट्रिप जो होती हे वो इंटरसिटी में होते हे। अब ऐसे में २ समस्या कड़ी होती हे पहेली लोगो का समय लगे ख़राब होगा और इसी के सात हमें जायदा बड़ी कैपेसिटी के चार्जिंग पॉइंट चाइये होंगे जो की पॉसिबल नी हे सिटीज के अंदर। ऐसे में बैटरी स्विप्पिंग एक अच्छा विकल्प उभर कर आता हे। इस से लोगो का समय भी बचे गा और चार्जिंग स्टेशन को जगह भी काम चाइये गी
अगली समस्या जो देखने को मिलती हे भारत में वो हे एनवायरनमेंट से सम्बंधित , अब हे क्या डीज़ल और पेट्रोल के वहनों की वजी से , पर्दूषण बहुत होता हे , बड़े शहरों की तो पूछो ही मत , इस लिए जररूरी हे की हम धीरे धीरे इलेक्ट्रिक व्हीकल पर सिफ़्त हो। बैटरी स्वीपिंग का एक फायदा होर हे ,अब यह तो हम जानते ही हे भारत का तापमान गरम हे , वेस्टर्न देशो की तुलना में , ऐसे में अगर हम बैटरी स्वीपिंग की पालिसी को अपनाते हे तो ये हमरी व्हीकल क लिए भी फायदे मंद होगा। बैटरी एक एप्रोप्रियेट एनवायरनमेंट में चार्ज होगी , जिस से बैटरी की एफ्फिकेन्सी इम्प्रूव होगी और बत्ती जायदा लम्बे समय तक चले गी
अंत में यही कहा जा सकता हे भारत जैसे देश की जर्रूरत को देखते हुए बैटरी स्विप्पिंग एक पोस्टिव मूव होगा। यह कदम भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के विस्तार को महत्वपुर्ण भूमिका निबाये गा। आज भारत ऊर्जा के जिस लगन से तरक्की कर रहा हे , उम्मीद हे आने वाले समय में हम बहुत जल्द ऊर्जा के क्षेत्र में भी अत्तंनिर्भर बन जाइये।

Comments
Post a Comment